• 29 March 2024

मांगलिक

यदि जन्म कुंडली में मंगल लग्न (प्रथम भाव) चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या बारहवें भाव में हो तो कुंडली मंगलिक अर्थात मंगल दोष युक्त हो जाती है :- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) मंगल से प्रायः सभी भयभीत रहते हैं। विशेषकर बालिका/बालक की कुंडली यदि मंगलीक हुई तो माता-पिता की चिंता बढ़ जाती…

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मंगली

मंगली योग का प्रभाव क्या है? :- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) भारतीय जीवनशैली में गृहस्थ आश्रम का विशेष महत्व है। गृहस्थ जीवन की शुरुआत पाणिग्रहण संस्कार से आरंभ होती हैं। प्रणय-सूत्र में बंधना सुखदायी होगा या दुःखदायी, यह दोनों के ग्रहों पर निर्भर करेगा जो कि एक-दूसरे पर प्रभाव डालते हैं।…

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मानसिक रोग

चिकित्सा ज्योतिष में मानसिक रोगों का अध्ययन :- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) आज के इस लेख में हम मानसिक रोगों के अध्ययन की बात करेगें- मानसिक रोग होने के बहुत से कारण होते हैं, लेकिन इन कारणों का ज्योतिषीय आधार क्या है? इसकी चर्चा इस लेख के माध्यम से की जा…

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संतान योग

इस‌ लेख में जन्म कुंडली में संतान योग कैसे बनता है, यह अनेक उदाहरणों के साथ समझाया गया है:- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) जन्म कुंडली में संतान विचारने के लिए पंचम भाव का मुख्य स्थान होता है। पंचम भाव से संतान का विचार करना चाहिए। दूसरी संतान का विचार करना हो,…

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वास्तु शास्त्र

वास्तु शास्त्र से करें गृह निर्माण :- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) प्रत्येक परिवार की पहली आवश्यकता होती है- अपना घर। मध्यम वर्ग इस सपने को संजोने के लिए जीवन भर संघर्ष करता है। जिस समय यह सपना सच होने जा रहा हो, तो हमें वह घर पूर्ण रूप से समृद्धि दें,…

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मानसिक स्वास्थ्य

चिकित्सा ज्योतिष में मानसिक बीमारियों का अध्ययन:- Dr.R.B.Dhawan (Astrological Consultant) आज के इस लेख में हम मानसिक स्वास्थ्य चर्चा करेंगे, मानसिक स्वास्थ्य गड़बड़ाने के बहुत से कारण हो सकते हैं, परंतु इन कारणों का ज्योतिषीय आधार क्या है? इसकी चर्चा इस लेख के माध्यम से की जाएगी। चिकित्सा ज्योतिष में…

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